American Green Card: अमेरिका में अब भी मिलेगा ग्रीन कार्ड, अपनाएं यह तरीका

Green Card America: अमेरिका में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ग्रीन कार्ड बनना भले ही जटिल हो गया हो, लेकिन अब भी असंभव नहीं हैं। अमेरिका का ग्रीन कार्ड लेने के इच्छुक लोग अब भी अलग-अलग तरीकों से अमेरिका का ग्रीन कार्ड ले सकते हैं। इसके लिए उनको कुछ जटली प्रकिया से गुजरना होगा, लेकिन उनको ग्रीन कार्ड अमेरिका सरकार की तरफ से जरूर दिया जाएगा। आपको अमेरिका का ग्रीन कार्ड लेने के लिए तरीकों के बारे में आपको बता देते हैं।
इन तरीकों से हासिल करें ग्रीन कार्ड
अधिकतर भारतीय वहां पर रोजगार के सिलसिले में जाते हैं, चाहे वह डंकी के रास्ते से गए हो या पढ़ाई के नाम व वीजा लगवाकर गए हैं। अब डंकी का रास्ता तो पूरी तरह से बंद हो चुका हैं। इसलिए जो युवा पढ़ाई करने के लिए जाते हैं तो उनके लिए सबसे बड़ा काम यह है कि वह सबसे पहले अपनी डिग्री पूरी करनी चाहिए।
अगर आप डिग्री करते हैं तो उसी पर आपका ग्रीन कार्ड निर्भर करता हैं। इसलिए ऐसे कोर्स में दाखिला ले जिनका अमेरिका में ज्यादा जरूरत हैं। जहां पर डिग्री करते ही आपको वहां पर नौकरी मिल जाए। अगर कंपनी उनको नौकरी देती है तो उसी समय आपका ग्रीन कार्ड की संभावनाएं बढ़ जाएगी। F-1 वीजा होल्डर्स ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) के जरिए वर्क एक्सपीरियंस भी हासिल कर सकते हैं।
ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के मा ध्यम से उस फिल्ड से जुड़े क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं। ओटीपी अमेरिका में शिक्षा लेने वाले छात्रों को 12 माह तक काम करने की अनुमति देता हें। अगर आप साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग या फिर मैथ्स से संबंधित कोर्स करते हैं तो आपको 24 माह यानी दो साल तक काम मिल सकता हैं।
दो साल के बाद आपको वीजा एक्सपायर हो जाएगा। इसके बाद आप अमेरिका में काम नहीं कर सकते हैं। अमेरिका में रहने के लिए आपको दूसरा वीजा H-1B वीजा लेने की जरूरत होगी। इसमें आपको बैचलर से ऊपर की डिग्री करने का मौका दिया जाएगा। इस वीजा के माध्यम से आप तीन साल तक काम करने की जरूरत होगी।
इसके बाद अमेरिका सरकार की तरफ से आपके वीजा को तीन साल के बढ़ा दिया जाएगा। इस दौरान आप छह साल तक अमेरिका में काम कर चुके होंगे। इसके बाद आप ग्रीन कार्ड के योग्य हो जाएंगे। इसके बाद आपको अपनी कंपनी की तरफ से H-1B वीजा याचिका के माध्यम से ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करना होगा।
इस दौरान कंपनी की तरफ से लेबर डिपार्टमेंट को ‘प्रोग्राम इलेक्ट्रॉनिक रिव्यू मैनेजमेंट का सर्टिफिकेट दिखाना होगा, जिसके बाद कई समीक्षा और प्रक्रियाएं होंगी। इसके बाद सरकार की तरफ से आपका ग्रीन कार्ड जारी कर दिया जाएगा।